इस मंदिर की वेदी चांदी और संगमरमर से मिलके बनाई गई हैं। भगवान गोविंद (कृष्ण का और एक नाम) को समर्पित ये मंदिर एक समय पे भारत का सबसे महंगा मंदिर हुआ करता था।
वृन्दावन के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक
ये मंदिर पूरे वर्ष श्रद्धालु और पर्यटकों से भरा रहता है। आप वृंदावन की स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने के लिए यहा अवश्य जाइए गा।
यह सफेद संगमरमर का मंदिर भगवान राधा कृष्ण और सीता राम दोनो को ही समर्पित है। मंदिर के अंदर दोनों के ही जीवन को दर्शाने वाली कलाकृतियां हैं। इस मंदिर की खुबसूरती रात को और निखर के आती है।
शाहजी मंदिर की छत पर सुंदर रंगीन पेंटिंग और प्रार्थना कक्ष के अंदर भगवान कृष्ण और गोपियों की रासलीला को दर्शाती हुई मूर्तियाँ हैं।
ब्रज धाम की होली सारे विश्व में प्रचलित हैं परंतु होली के दस दिन बाद मनाए जाने वाला ये उत्सव वृंदावन का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है त्योहार के मुख्य दिन रथ का मेला आयोजित किया जाता है
मंदिर के देवता कृष्ण हैं जिनकी पूजा श्री राधा वल्लभ नाम से कि जाती हैं। कृष्ण के साथ, एक मुकुट रखा है जो देवी राधा की उपस्थिति का प्रतीक है यह वृंदावन के 7 ठाकुर मंदिरों में एक है
मंदिर एक विशिष्ट द्रविड़ शैली में बनाया गया था और यह भगवान रंगनाथ(श्री कृष्णा भगवान का एक नाम) को समर्पित है। मंदिर अपने अद्भुत परिसर और बेहतरीन स्थापत्य शिल्प कला के लिए विख्यात हैं।